धुंद

गात धुंद गीत आज..

Submitted by विकास सोहोनी on 17 October, 2019 - 05:10

गात धुंद गीत आज।
ध्यात छंद मी तुझाच।
वात मंद चांद रात।
शांत कुंज पारिजात ।।धृ।।

दूर दूर चांदण्यात।
दूर दूर तारकांत ।
साथ साथ या नभात।
आज रात यौवनात।।१।।

तूच तूच या कळ्यांत।
तूच तूच या फुलांत।
तूच तूच या वनांत।
तूच तूच या मनांत।।२।।

शांत शांत या तळ्यात।
शांत शांत या जलात।
शांत शांत या अशात।
मीत तूच लोचनात।।३।।

रचना:- डॉ. विकास सोहोनी

शब्दखुणा: 
Subscribe to RSS - धुंद