मौसमी....एक दुखरी सल (भाग पहिला)
Submitted by ओबामा on 29 May, 2021 - 02:07
रिमझीम गिरे सावन...
सुलग सुलग जाये मन...
भिगे आज इस मौसम में....
लगी कैसी ये अगन....