फ़िक्र Submitted by vasant_20 on 20 May, 2016 - 13:24 मौसमों का करवट बदलना अच्छा लगता है मुझे पर जब भी गर्मीयों के बाद बारीश की सुर्खियां आने लगती है तो तुम्हारे लिए फ़िक्र होती है मुझे तुम्हे पता है ना पानी में 'चीनी' घुल जाती है..! विषय: काव्यलेखनशब्दखुणा: मौसमबारीशचीनीmonsoonrain