अकरा हजार तीनशे कोटींचा चुना - नीरव मोदी

Submitted by ऋन्मेऽऽष on 15 February, 2018 - 12:23

महिन्याअखेरीस दहाबारा हजारांचा ओवरटाईम हातात पडतो तेव्हा आपली तर ऐश झाली असे वाटले. खरे तर असतो आपल्याच मेहनतीचा पैसा. पण तरीही नेहमीच्या पगारापेक्षा जास्त म्हणून वरकमाई झाल्यासारखे वाटते. शॉपिंग होते, हॉटेलिंग होते, गर्लफ्रेंडसोबत डेटींग होते. फक्त त्या दहा बारा हजारांच्या ज्यादा कमाईत. मग हे अकरा हजार कोटींचे घोटाळे करणारे आनंदाने मरत कसे नाहीत?

सार्वजनिक क्षेत्रातील दुसऱ्या क्रमांकाची बँक असलेल्या पंजाब नॅशनल बँकेला ११,३०० कोटी रुपयांचा गंडा घालून अब्जाधीश हिरे व्यापारी नीरव मोदी देशाबाहेर फरार झाला आहे.
अशी बातमी ऐकल्यावर माझ्यासारख्या सामान्य माणसाच्या मनात येणारे काही प्रश्न -
१) पहिलाच प्रश्न - हे नुकसान शेवटी आपल्यासारख्या सामान्य करदातांच्या खिशात हात घालून वसूल केले जाणार का?
२) त्या बॅंकेत ज्यांची खाती आहेत त्यांना याचा काही फटका बसतो का?
३) आपल्याला साधे छोटेमोठे कर्ज काढायचे असेल तर आपल्याला ईतका मनस्ताप होतो, हे असे घोटाळे बॅंकेच्या डोळ्यात धूळ फेकून होतातच कसे? बॅंकाना अक्कल नसते का?
४) एखादा राजकीय गॉडफादर पाठीशी असल्याशिवाय हे घोटाळे करणे शक्य असते का? ईथे कोण्या एका पक्षावर आरोप करायचा नाहीये.
५) आता हे पैसे वसूलणार कसे? आज काहीतरी हिर्‍यांच्या दुकानावर छापे घालून पाचेक हजार कोटी वसूलले असे ऐकले आहे. पण मग ती दुकाने बंदच पडली का? त्यात काम करणार्‍या लोकांचे काय? त्यांचा तर चालू महिन्याचा पगारही बुडालाच का? नोकर्‍याही गेल्याच..

विषय: 
शब्दखुणा: 
Group content visibility: 
Public - accessible to all site users

देशातील आजवरच्या सर्वांत मोठ्या बँक घोटाळ्यातील एक एक पदर आता उलगडायला लागला आहे. दरम्यान, एकानंतर एक आश्चर्यचकीत करणारे खुलासे होत आहेत. गितांजली ग्रुपकडून सर्वांत पहिल्यांदा आवाज उठवणारे अलाहाबाद बँकेच्या माजी अध्यक्षांनी दावा केला आहे की, हा घोटाळा संपुआ सरकारच्या काळात सुरू झाला तो सध्या रालोआ सरकारच्या काळात ५० पटींनी वाढला. याची जाणीव मला आधीच झाल्याने मी बँकेच्या प्रमुखपदाचा राजीनामा दिल्याचा खळबळजनक खुलासा दिनेश दुबे यांनी केला आहे.

पंडित नेहरूंच्या सांगण्यावरून नीरव मोदीला पंजाब नॅशनल बँकेने मदत केली...*

*आणि त्याला*

*सरदार पटेलांचा विरोध होता...*

*कळलं??

*आता चूप बसा!

*नाहीतर*
*आम्ही नेहरू निरव मोदीला चेक देत आहेत आणि पटेल नको नको म्हणत आहेत असा फोटो प्रसिद्ध करू...*

*आता तरी कळलं??*

प्रत्येक घोटाळ्याचे राजकारण केलं की चोर निसटून जातात

कोणाला असे वाटत असेल की कोण्या तरी एकाच पक्षाचे लोक यात सामील असतात तर आपण फारच दुधखुळे आहोत असे समजावे

पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाले पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस आमने-सामने हैं. दोनों राष्ट्रीय दल एक-दूसरे के कार्यकाल में इस घोटाले के जन्म के दावे कर रहे हैं. वहीं, इस बीच ये जानकारी सामने आ रही है कि 11,400 करोड़ रुपये के इस महाघोटाले के ज्यादातर साख पत्र यानी लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (LoUs) 2017-18 के दौरान जारी किए गए या उन्हें रिन्यू किया गया.

आजतक वाल्यांच्या बातमीनुसार नीरव मोदीने पहीले दागीन्यांचे ब्युटीक दिल्लीला "2015" साली सुरू केले मग मुंबई त्यानंतर सरळ न्युयाॅर्क मध्ये उघडले. याचा अर्थ नीरव मोदीची भरभराट 2014 नंतर खर्या अर्थाने सुरू झाली. आता 2014 नंतर त्याला कुणाचा वरदहस्त मिळाला हे सर्वांना ठाऊक आहे.

खास भक्तांसाठी - http://www.news18.com/news/india/entire-punjab-national-bank-scam-took-p...

The entire Rs 11,300 crore Punjab National Bank (PNB) scam happened between 2017 and 2018, according to the CBI FIR. While ministers and BJP spokespersons came out all guns blazing against the Congress and claimed that the scam began in 2011, so far it appears the CBI investigation is limited to just 2017-2018.

होम|भैरंट |लल्लन ख़ास
PNB Scam : CBI के मुकदमे में नीरव मोदी के अलावा ये 18 लोग कौन हैं?

अविनाश
thelallantopavinash@gmail.com
फरवरी 17, 2018 06:12 PM
PNB Scam : Name of those 18 people and company who are involved with Nirav Modi in scam of 11,345 crore according to the FIR of CBI which can be a problem for PM Narendra Modi
अब तक तो आपको पता चल ही गया होगा कि देश के बैंकिंग इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला हो गया है. इस घोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी है, जो अपनी पत्नी अमी, भाई निशाल और मामा मेहुल चौकसी के साथ देश के 11,345 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया है. इस मामले की जांच देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI कर रही है, जिसने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीन गिरफ्तार लोगों में दो बैंक के अधिकारी गोकुल शेट्टी और मनोज खरात हैं. इसके अलावा नीरव मोदी की कंपनी के एक अधिकारी हेमंत भट्ट को भी गिरफ्तार किया गया है. लेकिन इस घोटाले में बस सात ही लोग नहीं हैं.

गोकुल शेट्टी (बाएं) को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी के साथ मिलकर नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला किया है.
गोकुल शेट्टी (बाएं) को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी के साथ मिलकर नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला किया है.
सीबीआई ने 31 जनवरी और 15 फरवरी को दो मुकदमे दर्ज किए हैं. 31 जनवरी को जो पहला मुकदमा दर्ज किया गया है, वो करीब 280 करोड़ रुपये का है. इसमें 8 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए पैसे का घोटाला किया गया है. इसमें 9 फरवरी 2017 को इलाहाबाद बैंक से दो अंडरटेकिंग, 10 फरवरी 2017 को इलाहाबाद बैंक से तीन अंडरटेकिंग और 14 फरवरी 2017 को एक्सिस बैंक से तीन अंडरटेकिंग बनवाई गई हैं. सारी अंडरटेकिंग डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टीलर डायमंड के नाम पर बनी हैं. सीबीआई ने इसके लिए छह लोगों को जिम्मेदार मानते हुए केस दर्ज किया है. ये छह लोग हैं-

1. नीरव मोदी : नीरव मोदी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टीलर डायमंड कंपनी के पार्टनर हैं. इसे घोटाले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. सीबीआई इसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. दूसरे देशों में इसकी तलाश जारी है.

2.निशाल मोदी : निशाल मोदी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टीलर डायमंड कंपनी का पार्टनर है. ये नीरव मोदी का चचेरा भाई है, जो फरार है.

3. अमी नीरव मोदी : अमी नीरव मोदी, नीरव मोदी की पत्नी हैं. ये भी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टीलर डायमंड कंपनी की पार्टनर हैं.

नीरव मोदी और उनकी पत्नी अमी नीरव मोदी. (फोटो : wikibio.in)
4. मेहुल चीनूभाई चौकसी : मेहुल चीनूभाई चौकसी भी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टीलर डायमंड कंपनी का पार्टनर है.

5.गोकुलनाथ शेट्टी : गोकुल नाथ शेट्टी पंजाब नेशनल बैंक का डिप्टी मैनेजर रह चुका है. अब वो रिटायर हो गया है. सीबीआई ने इसे गिरफ्तार कर लिया है.

6..मनोज हेमंत खरात : सीबीआई के दर्ज केस के मुताबिक लिस्ट में दूसरा नाम मनोज हेमंत खरात का है. ये मुंबई के ब्रैंडी हाउस के पंजाब नेशनल बैंक में सिंगल विंडो ऑपरेटर था. CBI ने इसे भी गिरफ्तार कर लिया है.

सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले में 15 फरवरी को जो केस दर्ज किया है, उसकी कुल रकम 4886. 72 करोड़ रुपये है. ये सारे पैसे 143 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए निकाले गए हैं. इनमें मॉरीशस के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 39, बेल्जियम के एंटवर्प के बैंक ऑफ इंडिया से 41, बहरीन के केनरा बैंक से 23, फ्रैंकफर्ट के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 31, हॉन्ग कॉन्ग के एक्सिस बैंक से छह, हॉन्ग कॉन्ग के इलाहाबाद बैंक से तीन बैंक हैं. सीबीआई के मुताबिक ये सारे लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग 2 मार्च 2017 से लेकर 2 मई 2017 के बीच जारी की गई हैं. ये सारे पैसे नक्षत्र ब्रांड, गीतांजलि जेम्स और गिली इंडिया ने हड़पे हैं. सीबीआई ने इस मामले में कुल 16 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

1.गोकुल नाथ शेट्टी : गोकुल नाथ शेट्टी पंजाब नेशनल बैंक का डिप्टी मैनेजर रह चुका है. अब वो रिटायर हो गया है. सीबीआई ने इसे गिरफ्तार कर लिया है.

2.मनोज हेमंत खरात : सीबीआई के दर्ज केस के मुताबिक लिस्ट में दूसरा नाम मनोज हेमंत खरात का है. ये मुंबई के ब्रैंडी हाउस के पंजाब नेशनल बैंक में सिंगल विंडो ऑपरेटर था. CBI ने इसे भी गिरफ्तार कर लिया है.

3.गीतांजलि जेम्स : सीबीआई की लिस्ट में तीसरा नाम गीतांजलि जेम्स का है. ये मुंबई की ही कंपनी है.

4.गिली इंडिया लिमिटेड : CBI की एफआईआर के मुताबिक 11,345 करोड़ रुपये के घोटाले में मुंबई की कंपनी गिली इंडिया लिमिटेड भी शामिल है. इसके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है.

5.नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड : ये भी मुंबई की ही कंपनी है. एफआईआर के मुताबिक 11,345 करोड़ रुपये की लूट में ये कंपनी भी शामिल है.

6.मेहुल चीनूभाई चौकसी : मेहुल चीनूभाई चौकसी को अब दुनिया मेहुल चौकसी के नाम से जानती है. मेहुल गीतांजलि जेम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जिनके खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है.

नीरव मोदी (बाएं) और मेहुल चौकसी
7.कृष्णा संगामेश्वरन : कृष्णा संगामेश्वरन तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले हैं. ये गीतांजलि जेम्स के डायरेक्टर हैं.

8. नजूरा यश अजनेय : पुणे की रहने वाली ये महिला गीतांजलि जेम्स की डायरेक्टर है. इसके अलावा वो गिली इंडिया लिमिटेड की भी डायरेक्टर है.

9.दिनेश गोपालदास भाटिया : दिनेश गोपालदास भाटिया मुंबई के ही रहने वाले हैं. ये गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड के डायरेक्टर हैं.

10. अनियाथ शिवरमन नायर : इनका नाम भी गिली इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर के तौर पर दर्ज है. सीबीआई ने इनके खिलाफ भी केस दर्ज किया है.

मुंबई में गिली का शोरूम. (फोटो : Facebook)
11. धनेश ब्रजलाल सेठ : धनेश सेठ गीतांजलि जेम्स लिमिटेड, गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड, तीनों ही कंपनियों के डायरेक्टर हैं.

12.ज्योति भारत वोरा : ज्योति वोरा महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के अंबोली की रहने वाली हैं. ये भी नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड की डायरेक्टर हैं.

13.अनिल उमेश हल्दीपुर : अनिल उमेश हल्दीपुर पुणे की रहने वाली हैं. ये भी नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड की डायरेक्टर हैं.

14. चंद्रकांत कनु करकरे : ये गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के डायरेक्टर हैं. इनके खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया है.

15. पंखुरी अभिजीत वारंगे : पंखुरी मुंबई की रहने वाली हैं. ये भी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की डायरेक्टर हैं, जिनके खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया है.

16.मिहिर भास्कर जोशी : मिहिर भास्कर जोशी गिली इंडिया लिमिटेड की डायरेक्टर हैं. पीएनबी घोटाले में सीबीआई को इनकी भी तलाश है.

कई और अधिकारियों पर भी केस दर्ज

सीबीआई ने गोकुल नाथ शेट्टी, मनोज खरात और हेमंत भट्ट को गिरफ्तार कर लिया है.
इसके अलावा सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक के कई और दूसरे अधिकारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है, जिनके नाम पता नहीं हैं. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी कह रही है कि घोटाला कांग्रेस के समय शुरू हुआ. कांग्रेस कह रही है कि घोटाला बीजेपी सरकार में हुआ. लेकिन फिलहाल की हकीकत ये है कि सीबीआई जिन मामलों की जांच कर रही है, वो 2017-18 के हैं और इस वक्त में सरकार बीजेपी की ही है. नीरव मोदी हो या फिर कोई और आरोपी, ये सभी फरार जनवरी 2018 में हैं और केंद्र में सरकार बीजेपी की ही रही है. घोटाला कांग्रेस के वक्त से शुरू हुआ है, तो इस वक्त केंद्र में सरकार बीजेपी की है. और ये जिम्मेदारी सीधे तौर पर केंद्र की है

भक्तांच्या सगळ्या प्रश्नांची उत्तर

आता बालिश 2011 टाईप प्रश्न विचारली जाणार नाही त अशी अाशा आहे पण काही आयटीसेल वर पोसलेली लोक मात्र येडछापपणा नक्की करतील Wink

>>पंजाब नैशनल बैकेला मोदी सरकराने २०१७ मध्ये विजिलंस एक्सेलन्स अवार्ड दिले होते.<<

या घटनेमुळे विजिलंस कमिशनच्या काय कडक मुस्कटात बसलेली आहे. हे कमिशन आणि बँकेचे ऑडिटर्स (इंटर्नल, एक्स्टर्नल) कुठल्या नशेच्या अंमलाखाली रिपोर्ट्स बनवतात याचा शोध लावला गेला पाहिजे...

मुस्काटात आधीच बसली जेव्हा तक्रार 2016 ला पीएमओ कडून तक्रारनिवारण समितीला पाठवली आणि त्यासमितीने एक महीन्यानंतर "व्यवहारांना क्लिन चीट दिली"

या घटनेमुळे विजिलंस कमिशनच्या काय कडक मुस्कटात बसलेली आहे. हे कमिशन आणि बँकेचे ऑडिटर्स (इंटर्नल, एक्स्टर्नल) कुठल्या नशेच्या अंमलाखाली रिपोर्ट्स बनवतात याचा शोध लावला गेला पाहिजे...
<<

हाय्ला!

विजिलन्स कमिशनचा कोणता चपराशी काँग्रेस कार्यकर्ता आहे ते पहा बरे जरा. नक्की त्याचा दोष आहे.

कॅगचा प्रमुखही स्लीपरसेल मेंबर होता म्हणे..

ललित मोदी
विजय माल्या
नीरव मोदी
नीशाल मोदी
केतन मेहता
मेहुल चौकसे
दिपक तलवार
संजय भंडारी
रुषी आगरवाल
विक्रम कोठारी

खाउंगा भी , खाने भी दुंगा, और भागने भी दुंगा !

या वृत्तमालिकेत बरीच रंजक माहिती आहे.

१. निरव मोदी आपल्या ग्राहकांना नकली हिरे विकत असे किंवा किंमती बर्‍याच चढवून विकत असे. (इतक्या इतक्या रकमेची वसुली झाली सुद्धा म्हणून नाचणार्‍यांसाठी)
२. नोटाबंदीनंतर निरव मोदीने अनेक लोकांना मागील तारखेने जडजवाहिर विकल्याचे दाखवून काळ्याचे पांढरे करायला मदत केली होती.

असं करणारे सग्गळे लोक पकडले जाणार , असा अनेकांना विश्वास होता. शिवाय आयकर खाते, सीबीआय, ईडी इत्यादींनी अनेक सोनार, जवाहिर्‍यांवर धाडी टाकून त्यांचे रेकॉर्ड्स तपासले होते. त्यावेळी निरव मोदीवर कृपादृष्टी झाली नव्हती का?

निरव मोदी आपल्या ग्राहकांना नकली हिरे विकत असे किंवा किंमती बर्‍याच चढवून विकत असे >> Over Invoicing हा हिरे व्यवसायातील अविभाज्य भाग आहे. १०० रु चा हिरा आयात करताना १००० रु किंमत दाखवुन आयात करतात, मग त्या १००० रु साठी LOU मिळते. हा हिरा प्रक्रिया करुन २०० रु ला पुन्हा निर्यात करतात. किंमतीमधिल फरक हवालामार्गे इथे येतो किंवा तो बाहेर गुंतवला जातो

सकाळ च्या बातमी नुसार हा नुसताच आयात करताना ओव्हर इनवोयसिंग चा प्रकार नाही,
तर काही हजाराचा खडा गिर्हाईकला 50 लाख MRP दाखवून विकण्याचा सुद्धा आहे,

जप्त केलेल्या हिऱ्यांचे मूल्य काही हजार कोटी असेल असे अजूनही मानणाऱ्या लोकांना कोपरापासून नमस्कार

इकडे कुणी गिली गीतांजली वगैरे ब्रँड चे दागिने घेतले असतील तर revaluation करून घ्या,
मोदी चोक्सी कँपनीने फक्त PnB ला चिमटा लावलाय, की आपल्याला पण लावलाय ते कळेल

चला हिरे खोटे तर खोटे, पण प्रॉपर्टी तर जप्त झाली, तिची किंमत तर बदलणार नाही असा युक्तिवाद आता भक्त करू लागतील

जप्त केलेल्या प्रॉपर्टी पैकी किती पूर्णपणे नीरव मोदी, गिली, गीतांजली, यांच्या नावावर आहेत हे पाहावे लागेल, जर प्रॉपर्टी होल्डिंग मध्ये दुसऱ्या कम्पन्या, दुसरी माणसे यांचा सहभाग असेल तर कोर्ट सुद्धा अशा जप्ती ला मान्यता देणार नाही.

सबब प्रॉपर्टी ची किंमत ही सुद्धा एक धूळफेक ठरवायची दाट शक्यता आहे.

एक कळत नाही की जर मला 11000 करोड घेऊन पळायचे असेल त्यासाठी सगळी प्लानिंग आधीपासून केली असेल सगळ्यांना व्यवस्थित हिस्सा दिला असेल तर मग जाताना मागे इतकी संपत्ती सोडून जाईल का? त्यापेक्षा इथेच राहून ती संपत्ती दाखवून थोडे लोन चुकवून पुन्हा लोन कोणीही घेईल उगाच नाव बदनाम करून देश सोडून जाण्याचा धोका कोणी पत्करेल का? ते ही 11000 करोड पैकी जवळपास अर्धी रक्कम 5200 करोड भारतातच सोडून? ती काय मोदीला खंडणी हिस्सा म्हणून ठेवलेली का? की मुख्यालय व राम मंदीर बांधण्यासाठी देणगी म्हणून?
Rofl

मी आधीच बोललो त्याप्रमाणे हा घोटाला उघडकीस येणे हीच ह्या घोटाळ्याची एक्झिट पॉलिसी होती. निरव मोदीने ब्रॅन्ड वॅल्यु बरबाद केल्याबद्दल व व्यवसाय बुडवल्याबद्दल बॅन्केला दोष देऊन कर्जपरतीस नकार दिला आहे.

Pages