खंतवाणी (मनाचेच श्लोक ! )

Submitted by पॅडी on 1 April, 2024 - 00:06

एका चुकीपायी | झाले पानिपत
काय माझी गत | तुम्हा सांगू ||

तारुण्यात कोण | केला थयथयाट |
विवाहाचा घाट | घातला गा ||

आंधळा बा ऐसा | बांधले बाशिंग |
आणि रणशिंग | फुंकले म्या ||

मधुचंद्राचे रात्री | चौका-षटकार
गडी वाकबगार | ढेपाळला ||

खेळलो एकाग्रे | सामना प्रत्येक |
परि डाव कैक | अनिर्णीत ||

प्रारब्धी पिलांचे | येई संगोपन |
अता यष्टीरक्षण | चाललेले ||

वाईड , नो बॉल | कधी लेग बाय |
नित्य ठांय ठांय | बायकोची ||

टाकता बयेने | मुखे बाउन्सर |
कापे थरथर | कृश काया ||

कलहाच्या धावा | लागल्यात वाढू |
लाटणे नि झाडू | सीमा पार ||

चोखंदळ बघे | चाळीतील वल्ली |
हाय; गल्लोगली | शिट्या टाळ्या ||

राखीव गड्यांचा | वाटे बहु हेवा |
पुन्हा नको देवा | ऍक्शन रिप्ले ||

विश्व चषकाचा | अता नाही सोस
घेतो राजरोस | निवृत्ति मी ||

***

विषय: 
Group content visibility: 
Use group defaults

बापरे भारीच

हाहाहा छानच.
>>>>>>चोखंदळ बघे | चाळीतील वल्ली |
हाय; गल्लोगली | शिट्या टाळ्या ||
भारीये!

>>> अ'निरु'द्ध जी - मेरे ज़ख्मों पर इतना सारा नमक ??? Sad

>>> रघू आचार्य जी- आपला बायो वाचून हे लिहितानाही हात थरथरताहेत... उरात धडकी भरलीय..! वंदन!!!! भक्त पर कृपा बनाए रखें श्रीमन...!

>>>> केदार जी- खूप खूप आभार...प्रतिसादासाठी...!

>>>>>सामो - Happy मन:पूर्वक धन्यवाद...!!

>>>>> A M I T जी- ऑफ टू MI vs RR...!! बघू यात हार्दिकला वानखेडे वर आज हूटिंग मधून विश्रांती मिळतेय का नाही..!
थैंक्स ..!! Happy