Submitted by पल्ली on 15 March, 2009 - 02:29
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गुलमोहर:
शेअर करा
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'महाराणी'
'महाराणी' नेहमी ह्र्दयात असलेली शोभुन दिसते.... नाही तर ती नुसती 'राणी' म्हणवते.. बरोबर ना पल्लवीजी ?
पानगळ आणि
पानगळ आणि नभ जास्त आवडले.
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नंदिनी
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सगळेच
सगळेच सुन्दर.
खुप आवडले.
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आनन्दघन क्षणान्चा रावा फुलुन यावा
निष्प्राण या जिण्याचा आषाढ मेघ व्हावा
सगळेच
सगळेच सुंदर.
पानगळ आणि नाते जास्त आवडले..
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कवितांनो, ललितांनो, आता बस! एक या दो, बस्स बस्स!!
अहा...
अहा... सुंदर!!!
'पानग-ळ'
'पानग-ळ' सर्वात जास्त आवडलं
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A day without laughter is a day wasted!
धन्यवाद
धन्यवाद लोक्स
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