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Naatyaa
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| Tuesday, January 03, 2006 - 8:28 pm: |
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दिनेश, फारच छान. वाचायला खुप मजा येत आहे. अजुन येउ द्या.
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खूप मजा येते आहे अन स्फ़ुर्ती ही तुमच्या सारखे जमणे कठीण तरीपण london मधील लोकल्/ Tube प्रवासाबद्दल आपणही टिपण लिहावे असे वाटू लागले चालु द्या गाडी मस्त
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Dineshvs
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| Wednesday, January 04, 2006 - 3:30 pm: |
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दोस्तानो आता कसा हुरुप आला लिहायला. तुम्ही सगळ्यानी पण ईथेच लिहा, प्रत्येकाचे अनुभव वेगळे असणार.
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Abhay
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| Wednesday, January 04, 2006 - 5:34 pm: |
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Dinesh: chaan mahiti, mumbaiche diwas athavle. anyway kahi majkur donda padla aahe (4 Jan post), edit karta aale tar bagha.
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Arch
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| Wednesday, January 04, 2006 - 5:45 pm: |
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दिनेश तुम्ही detail मध्ये interesting करून लिहिता. तुम्हाला सगळ्यात patience पण आहे. तुम्ही कधी teaching career चा विचार केला आहात का? Students will thoroughly enjoy your teaching and learn a lot. May be retire झाल्यावर विचार करायला हरकत नाही
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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