मावळा खुप छान खुप छान फोटो काढलेत सर्वांनी. लोपमुद्रा फोटो टाकत चला.
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आमच्या घरी पहिल्यांदा फुललेले ब्रह्मकमळ फोटो थोडा खराब आला आहे 
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Mawla
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| Monday, September 04, 2006 - 10:11 am: |
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something different from different angle

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Abedekar
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| Monday, September 04, 2006 - 10:47 am: |
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सांज़ ये गोकुळी सावळी सावळी सावळ्याची जणू साऊली ..
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Lajo
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| Monday, September 04, 2006 - 10:13 pm: |
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आॅस्ट्रेलिआ ची राजधानी कानबेरा येथिल माउंट एनस्ली वरुन कढलेला हा फोटो. समोर नवीन पार्लीआमेंट हाऊस त्याच्या पुढे जुने पार्लीआमेंट हाऊस दिसते. मधे बर्ली ग्रिफीन लेक आहे. बर्ली ग्रिफीन ह्यांनी साधारण १०० वर्षंपूर्वी कानबेरा डिझाईन केले. माउंट एनस्ली च्या पायथ्याशी वाॅर मेमोरीअल आहे आणि समोर दिसतो तो एॅनझॅक परेड रस्ता...
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Bee
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| Tuesday, September 05, 2006 - 12:02 am: |
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लाजो, आम्हाला Canbera ची छान ओळख करुन देते आहेस. थांबू नकोस मध्येच. तू तिथेच राहतेस का? सोनु, छान आलाय फोटो. घरी कमळ जोपासतेस म्हणजे महान आहेस तू.. पाण्यात लावलास की जमिनीत? ब्रह्मकमळाला सहस्त्र पाकळ्या असतात ह्याला पण आहेत का? बेडेकर.. फोटो जरी निराळा असला तरी caption repeat झाली असे वाटते..
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हा फोटो मी थेऊर जवळ एक नर्सरी आहे तिथे काढला आहे. 
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Nalini
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| Tuesday, September 05, 2006 - 3:53 am: |
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Nalini
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| Tuesday, September 05, 2006 - 4:06 am: |
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२ महिन्यांचे कासव.

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Ninavi
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| Tuesday, September 05, 2006 - 2:47 pm: |
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xxxx xxxx xxxx xxxx

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Prajaktad
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| Tuesday, September 05, 2006 - 3:48 pm: |
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बी! ब्रम्हकमळ फ़क़्त मातितच लावतात.. जुन झाडाला अनेक कमळ धरतात अगदी विक्रमी १००-१५० सुद्धा. हे फ़ुल रात्री उमलायला लागते १२ वाजता पुर्ण उमलते.. याला मंद आणी अतिशय मोहक सुंगध असतो.
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तोरण

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Dhund_ravi
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| Wednesday, September 06, 2006 - 1:18 am: |
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Bhagya
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| Wednesday, September 06, 2006 - 10:51 pm: |
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लाजो छानच आहे फोटो....येउ दे अजून..
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Moodi
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| Thursday, September 07, 2006 - 5:54 am: |
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भावना छान आलाय फोटो. बेडेकर फारच छान आलीय संध्याकाळ. लाजो आता ऑस्ट्रेलियाचे पुर्ण दर्शन घडव पाहू. नलिनी कासव छान आलेय. हातात घ्यावेस वाटतेय. निकोनलव्हर तोरण दाखवुन डोळ्याचे पारणे फिटले. अप्रतीम!! मावळा अजून येऊ द्या. 
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Grace
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| Thursday, September 07, 2006 - 5:55 am: |
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यंदाच्या पावसात, गोदामाई घरात शिरली.. चार दिवस राहुन गेली. होते नव्हते ते सगळं घेऊन गेली.... डोळ्यात चार आसवे ते देऊन गेली.
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Nikonlover
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| Thursday, September 07, 2006 - 2:55 pm: |
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ग्रेस, कुसुमाग्रजांच्या कणा कवितेची आठवण झाली. हे छायाचित्र कुठले आहे? भयंकर प्रलय... About the photo - it's little tilted on right side. also little cropping would help accentuating the situation IMHO.
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Vnidhi
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| Thursday, September 07, 2006 - 5:11 pm: |
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Arunima
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| Thursday, September 07, 2006 - 7:39 pm: |
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nikonlover ग्रेसने टाकलेला फोटो नासिकचा गोदवरीला आलेल्या पुराचा आहे.
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मूडी, प्रतिक्कीया दिल्याबद्दल धन्यवाद...... !!!!
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