कुणास कळले नाही वेडा आला होता गेला होता शब्दांच्या वेशीला त्याने स्पर्श जरासा केला होता
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जगण्याच्या नावाखाली मी फेडित आहे पाप पुराणे गात बैसलो उगीच येथे गतजन्मी सुचलेले गाणे
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बंद ओठांतून हळवे गीत गाणे चूक होते आसवांचा ऐनवेळी तोल जाणे चूक होते
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जाउ दे ना बोलताना शब्द झाले मूक होते काय बोलायास आलो हे तुला ठाऊक होते
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शेवटी तुटलाच ना एकेक तारा आपला ? मी तुझ्या हाती दिलेले चांदणे नाजूक होते
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Shyamli
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| Saturday, May 20, 2006 - 4:26 pm: |
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ठाऊक होते मला तरी शब्दांची ही आस आहे नको वेड्या मुक होऊ शब्द तुझा खास आहे श्यामली!!!
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कोण येतो कोण जातो हाय मजला भान नाही माणसांचे ह्या मनाशी राहिले संधान नाही
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बेगडी आयुष्य सारे बेगडी होते दिलासे श्वास घेतानासुध्दा मी शेकडो केले खुलासे
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Shyamli
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| Saturday, May 20, 2006 - 4:29 pm: |
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जपला मखमलीत एकेक तारा पण निखळलाच रे...... गाठ्ताना दुरचा कीनारा श्यामली!!! बाप रे....ए बाबा काय चाललय
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Shyamli
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| Saturday, May 20, 2006 - 4:34 pm: |
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श्वास घेताना तुला करावा वाटला खुलासा कारण श्वासावर तुझ्या होता अधिकार माझाही जरासा श्यामली!!!
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चालली चर्चा सुखाशी काय द्यावे काय घ्यावे मागते बदल्यात वर्षे काय मजपाशी उरावे
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आर्त तो गंधार माझा लागण्याआधीच विरला शेवटी झंकार माझा या हवेमाजी विखुरला
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Poojas
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| Sunday, May 21, 2006 - 1:54 am: |
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व्वा ऽऽऽ श्यामली.. आणि.. वैभव..!!! मस्तच.. एकदम झक्कास..!! पण match अनिर्णित बरं का दोघांनीही जबरदस्त लिहिलय.. 
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Jayavi
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| Sunday, May 21, 2006 - 2:19 am: |
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श्यामली, वैभव.........जबरी........ चलने दो.....पूजा तू पण ये ना मैदानात
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Ninavi
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| Sunday, May 21, 2006 - 2:23 am: |
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अरे बाप रे, मान्सून सुरू झाला की काय? 
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Jayavi
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| Sunday, May 21, 2006 - 2:26 am: |
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नको ना लावूस ऐसा आर्त तू गंधार हा जाळीतो काळीज माझे इतुका तू रे जुल्मी कसा
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Ninavi
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| Sunday, May 21, 2006 - 2:36 am: |
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हाय जया. रोज बरसुनी जाते तरिही तुझी कोरडी उरते माती कशी रुजावी येथे स्वप्ने कशी फुलावी येथे नाती?
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Athak
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| Sunday, May 21, 2006 - 2:54 am: |
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ये क्या हो रहा जो हो रहा अच्छाही हो रहा ऐसेच बरसो
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Poojas
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| Sunday, May 21, 2006 - 3:16 am: |
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हाय जया.. आम्ही पिटातले प्रेक्षक बरं का आता.. अगं.. म्हणजे शिट्ट्या फुंकायला कोणी तरी हवच की.. तुम लगे रहो मैदानमें...!! काय गुरु.. सही कहा ना..!! 
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Ninavi
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| Sunday, May 21, 2006 - 3:45 am: |
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पूजा, कोण गुरू? नवीन आयडी आहे की काय मायबोलीवरचा? 
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