Abhi_
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| Thursday, February 28, 2008 - 7:23 am: |
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पूनम महान वगैरे काही नाही हं.. सगळीच गाणी अगदी शब्दन शब्द लक्षात नसतात.. कधी कधी पिक्चरचे नाव आठवते, तर कधी गायक / गायीका तर कधी तोडके मोडके शब्द आठवतात मग बाकी सारी नेट ची कृपा
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Prachee
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| Thursday, February 28, 2008 - 8:03 am: |
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अरे अरे.... Ankyno1 चक्क चक्क तुला गाणे ठाऊक नव्हते????? माझी मीच पाठ थोपटुन घेतली. आता हे ओळखा अरे अब क्या करे,करे अब क्या करे कहो अब क्या करे,अजी अब क्या करे
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दो प्यार करनेवाले जंगल में खो गए..... चित्रपट... जंगल... संगीत्- संदीप चौटा...
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Ankyno1
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| Thursday, February 28, 2008 - 10:15 am: |
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ओळखा पाहू..... दिलबर है मेरा चितचोर बडा मेरे पीछे पडा दिल लेके उडा दिखनेमे बडा है तू चिकना खडा मै हार गई अखियोंको लडा
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Ankyno1
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| Friday, February 29, 2008 - 6:28 am: |
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अरे ओळखा की रे.... अभी.... कय झालं रे.... क्लू देऊ का....?
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Abhi_
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| Friday, February 29, 2008 - 7:29 am: |
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अंकूर लक्षात येत नाहिये नीटसं.. क्लू दे मग प्रयत्न करतो
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Ankyno1
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| Friday, February 29, 2008 - 7:34 am: |
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गोविंदा रवीना अभिजीत कविता कृष्ण्मूर्ती
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Asami
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| Friday, February 29, 2008 - 10:19 pm: |
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बडे मिया का रे ?
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Maanus
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| Saturday, March 01, 2008 - 1:16 am: |
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ये मेरी जिंदगी बेजान लाश थी बरसों से प्यार को तेरी तलाश थी.
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Ankyno1
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| Saturday, March 01, 2008 - 5:03 am: |
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माणसा.... तेरी तसवीर मिल गई.... (बेताब) ************************** मी दिलेलं गाणं दिलिप सेन्-समीर सेन नी संगीतबद्ध केलंय.... गोविंदा चा डबल रोल आहे.... (राजा आणि राहुल ही नावे) आसामी, बडे मियाँ मधलं नाहिये...
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Ankyno1
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| Saturday, March 01, 2008 - 5:40 am: |
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हे पण ओळखा.... अरे सिनमावालों आओ आओ खेल मजेदार है खेल मजेदार है जी खेल मजेदार है आगा है, भगवान है, किशोर कुमार है निम्मी, गीता बाली है, अशोक कुमार है नर्गिस, राज कपूर है, दिलिप कुमार है गीतोंका तूफान है, नाच की बहार है, नाच की बहार है ***************************** याच्यासाठी क्लू: आजच्या दिवसाशी संबंधित गाणं (शक्य झाल्यास संगीतकार आणि गायक ही ओळखा....)
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Abhi_
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| Saturday, March 01, 2008 - 5:41 am: |
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पागल मुझे बना गया है सिटी बजा के चक्कर कोई चला गया है सिटी बजा के सोयी थी मैं जगा गया सिटी बजा के नींद मेरी उडा गया है सिटी बजा के अनाडी नं १
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Abhi_
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| Saturday, March 01, 2008 - 5:50 am: |
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दिन है सुहाना आज पहली तारीख है खुश है जमाना आज पहली तारीख है पहली तारीख अजी पहली तारीख है किशोर कुमार / क़मर जलालाबादी / सुधीर फडके / पहली तारीख
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Abhi_
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| Saturday, March 01, 2008 - 5:55 am: |
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हे ओळखा अर्थ उलगडे समरसतेचा सुटे उखाणा संसाराचा छंद लागला मजला त्यांचा धुंद बने बुत्बुल जीवाचा घरी यायची झाली वेळा क्लू: संगीतकार गजाननराव वाटवे
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Ankyno1
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| Saturday, March 01, 2008 - 6:13 am: |
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अभी.... दोन्ही उत्तरं बरोब्बर..... रेडिओ सिलोन वर गेली कित्येक वर्ष नियमीतपणे दर महिन्याच्या १ तारखेला सकाळी ७.३० ला हे गाणं वाजवतात...... मस्त आहे गाणं..... ************************* तू दिलेल्या गाण्याबद्दल मला हिंदी गाण्यांविषयी जितकं महिती आहे त्याच्या सहस्त्रांश ही मराठी गाण्यांविषयी माहिती नाही... त्यामुळे तू दिलेलं गाणं मी ओळखू शकत नाही.... त्याबद्दल क्षमस्व....
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Abhi_
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| Saturday, March 01, 2008 - 6:38 am: |
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अरे ठिक आहे रे.. चल तुझ्यासाठी एकदम सोप्पं एक हिंदी गाणं देखे जो तू इधर, ना खबर, ना है सबर कोई मुझको तू मिले जो अगर तो जान की ना कदर कोई मुझको मैंने तेरी बाहों में दुगनाही पाया..
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Ankyno1
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| Saturday, March 01, 2008 - 3:00 pm: |
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MIND BLOWING MAAHIYAA CASH मधलं
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Ankyno1
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| Monday, March 03, 2008 - 6:49 am: |
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आता हे ओळखा.... हर मेहेफिलमें रंग जमाए ई ई ई ई दुसमन का बँड बजाए सबके सरपे चढके बोले बंद अकल की खिडकी खोले ये नासमझों को समझाए भटके जन को राह पे लाए के सीधी कर दे टेढी चाल....
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तो फिर खैनि क देख कमाल ८० ९० पुरे ताल रगद के खैनी मुह मे डाल
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जबरदस्त खुपच छान आहे
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