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Archive through February 18, 2008

Hitguj » My Experience » बहु(जनांकडून)श्रुत » गाणे ओळखा » Archive through February 18, 2008 « Previous Next »

Itgirl
Sunday, February 10, 2008 - 6:05 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

बरोबर ग प्राची :-) खूपच सोपे गाणे दिले वाटते मी :-)

Ankyno1
Monday, February 11, 2008 - 5:22 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

हे ओळखा.....
तसं सोपं आहे....

तुमसे पेहेले
देखे कब थे
मैने ये, ख्वाबोंके कारवाँ
तुम जो आए
तुम हो लाए
अनकही, अनसुनी दास्ताँ


Prachee
Monday, February 11, 2008 - 8:48 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

सिनेमा अरमान
गाणे मेरी जिन्दगी में आये हो और ऐसे आये हो तुम


Ankyno1
Monday, February 11, 2008 - 9:04 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

प्राची,
बरोबर आहे उत्तर....
पण उत्तरानंतर पुढचं गाणं देत जा की....

असो...
आता हे सांग....

रूमाल बन गया भी गर कमीज फाड कर
कमीज के लिये भी तो कपडा चाहिये
कपडा किसीने दान ही मे दे दिया चलो
दर्जी के पास जाके वो पेहेले सिलाइये


Aaftaab
Monday, February 11, 2008 - 10:06 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

गोलमाल है भई सब गोलमाल है २
अरे सीधे रस्ते कि ये टेढी चाल है...

===
आता हे ओळखा..

थका थका सुरज जब नदी से होकर निकलेगा
हरी हरी खायी पे पांव बढा तो फ़िसलेगा
तुम रोक के रखना मै जाल गिराऊ
तुम पीठ पे लेना मै हाथ लगाऊ....



Ankyno1
Monday, February 11, 2008 - 10:24 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

ओ साथी रे
दिन डूबे ना...

चित्रपट: ओमकारा


**************************

मेरे खयालोंमे आने लगी
फूलोंसी नाजुक परी
बेचैनियोंको जगाने लगी
लडकी वो जादूभरी


Ankyno1
Wednesday, February 13, 2008 - 8:52 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

लोकहो....

झोपलात की काय....

जागे व्हा....

इतकंही अवघड गाणं दिलं नाहिये....


Prachee
Thursday, February 14, 2008 - 9:58 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

तोपर्यंत हे गाणे ओळखा

अपने दिलके तुफ़ां मेरी सांसोमें भर दे
तेरी मैं हो जाऊ मुझको दिवाना कर दे


Ankyno1
Thursday, February 14, 2008 - 10:12 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

छम छम करता है ये नशीला बदन....
करना चाहे हर कोई मुझसे मिलन....

मराठी चित्रपट
अगं बाई... अरेच्चा..


मी दिलेलं ओळख की प्राची


Dakshina
Friday, February 15, 2008 - 8:26 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

अंकुर.. तू ज्या दिवसापासून हे गाणं टाकलंयस..
तेव्हा पासून मी पण विचार करतेय, पण ओळखणं कठीण आहे.


Ankyno1
Friday, February 15, 2008 - 12:31 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

ठीक आहे.... क्लू देतो....


इंग्लिश सिनेमावरून चोरलेला सिनेमा
हीरो(सुंदर) फिरते रेस्टाॅरंट चालवतो (इंडिया आॅन व्हील्स)
हिराॅइन डाॅक्टर
तिचा बाप गुज्जु बिझनेसमन(राॅजर पटेल)
गायक्: शान


Dakshina
Friday, February 15, 2008 - 12:48 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

बाप रे! हे तर अजुनच अवघड झालं..

Swati_rajesh
Friday, February 15, 2008 - 2:09 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

चित्रपट्: कहता दिल बार बार
गाणे आठवून सांगेन लवकरच


Swati_rajesh
Friday, February 15, 2008 - 2:20 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

आसमां से चांद लाऊ
चांदनी से घर सजाऊ


Ankyno1
Friday, February 15, 2008 - 3:18 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

स्वाती राजेश

सही जवाब.....


Ankyno1
Friday, February 15, 2008 - 3:30 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

आता हे सोप्पं दिलय...
चटकन ओळखा....

रंगी समां, दिल है जवाँ, सारे यहाँ जोश में
क्या राज है, क्या बात है, कोई नही होश में


Anaghavn
Monday, February 18, 2008 - 5:06 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

मी दिलेलं गणं कोणी ओळखल नाही क अजुन? सदमा च्या गाण्या नंतर दिलं होतं

Ankyno1
Monday, February 18, 2008 - 5:30 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

अनघा,

तेंव्हाच ओळखलं होतं....
***************************************

ये अजीब इष्क के खेल है जहा लज्जतो मे कमी नही
कभी मैने तुझको हसा दिया कभी तुने मुझको रुला दिया.
>>>>>
तेरी राह से जो निकल गये वो दिवाने बनके मचल गये. कभी हमने की तेरी आरजु तो बता दे ये क्या गुन्हा किया?>>>>>


भुला दिया भुला दिया
तेरे इष्क मे खुदको भुला दिया.....
चित्रपट: दस कहानियाँ
अनघा.... दोन्ही ओळी एकाच गाण्यातल्या आहेत.... गुगली नाही टाकायचा....


Anaghavn
Monday, February 18, 2008 - 8:36 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

अंकुर हुशार आहेस्--बरोब्बर ओळखलास गुगली.

Ankyno1
Monday, February 18, 2008 - 9:34 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

रंगी समां, दिल है जवाँ, सारे यहाँ जोश में
क्या राज है, क्या बात है, कोई नही होश में


यालाही क्लू हवा का?....

ठीक अहे... घ्या--

गायिका: कविता कृष्णमूर्ती
लोकेशन्: डांस बार
नायकाचं नाव्: ए.सी.पी. अजयसिंह राठोड


चोखंदळ ग्राहक
महाराष्ट्र धर्म वाढवावा
व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत
पांढर्‍यावरचे काळे
गावातल्या गावात
तंत्रलेल्या मंत्रबनात
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शुभंकरोती कल्याणम्
विखुरलेले मोती


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हितगुज दिवाळी अंक २००७






 
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