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Ankyno1
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| Wednesday, January 16, 2008 - 4:46 pm: |
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indian express ची कसलीतरी contest होती... ज्यात early bird award `मेला' ची २ तिकिटं होती.... ज्या मित्राला घेऊन गेलो होतो तो अजून उध्धार करतो... (सूड म्हणून त्यानी मला 'मै प्रेम की दीवानी हूं' दाखवला)... ************ विषयांतर जाउदे... गाणं देतो.... सांसे मेरी रुक जाती है बलखाके जब तू चले भीगा बदन ऐसा लगे पानीमे शोला जले....
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Sashal
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| Wednesday, January 16, 2008 - 5:49 pm: |
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आमीर खान आणि माधुरी दिक्षीत .. ओ जानेजाना जरा रुक जाना के तुने मुझे जाना नही सबकुछ कहना मगर ये न कहना के मेरे पीछे आना नही तेरे पीछी आऊंगा मै अपना बनाऊंगा मै जाएगी बचके कहाँ दीवाना मुझसा नही
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Dineshvs
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| Thursday, January 17, 2008 - 2:14 pm: |
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सशल, हा सिनेमा, दिवाना मुझसा नही, ना ? जरा वेगळी कथा होती, मला आवडला होता, पण अजिबात चालला नव्हता तो.
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Aashu29
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| Thursday, January 17, 2008 - 3:34 pm: |
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अनघा धीरे धीरे बरोब्बर. पुढचं हमतो मोहोब्बत करते है तुमसे हमको है बस इतनी खबर
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Amruta
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| Thursday, January 17, 2008 - 4:18 pm: |
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हमतो मोहोब्बत करते है तुमसे हमको है बस इतनी खबर तनहा हमारा मुश्किल था जिना तुम जो ना मिलते अगर बेताब सांसे बेचैन आंखे केहेने लगी बस यही दिल है के मानता नहि. माझा आवडता सिनेमा
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Aashu29
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| Thursday, January 17, 2008 - 4:47 pm: |
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माझा पण , आमिर कसला चिकणा दिसतो त्यात आणि पूजा चकणी.
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Aashu29
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| Thursday, January 17, 2008 - 5:07 pm: |
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हे ओळखा आवाज थी कल यहि फ़िरभि ऐसे लेहेकति नहि देखी पगमे थी पायल मगर फ़िरभी ऐसे छनकती न देखी चंचल हो गये घुन्गरु मेरे
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Maanus
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| Friday, January 18, 2008 - 4:53 am: |
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lets see who can guess these three songs नाव गाव पुसन्याचे वय निघुन गेले

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Sush
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| Friday, January 18, 2008 - 5:19 am: |
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दुसरं गाणं पुरब और पश्चिम मधिल आहे. नक्कि गाणं आठ्वत नाहि.
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Shraddhak
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| Friday, January 18, 2008 - 5:31 am: |
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पहिलं ' महल ' मधलं ' आयेगा आनेवाला.... ' आहे. दुसरं ' है प्रीत जहा की रीत सदा.... ' असावं. नाव गाव पुसन्याचे वय निघुन गेले <<<< हा गाण्याचा क्लू आहे का?
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Dakshina
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| Friday, January 18, 2008 - 6:41 am: |
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मला वाटतंय हे 'कोई जब तुम्हारा हृदय तोड दे' असेल...
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Tonaga
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| Friday, January 18, 2008 - 4:04 pm: |
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twinkle twinkle little star from poorab aur paschim
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Tiu
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| Friday, January 18, 2008 - 4:24 pm: |
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पहिली कविता / गझल सुरेश भटांची आहे... 'देखावे बघण्याचे वय निघुन गेले रंगांवर भुलण्याचे वय निघुन गेले रोज नवे एक नाव रोज नवे एक गाव नाव गाव पुसण्याचे वय निघुन गेले'
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Maanus
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| Friday, January 18, 2008 - 8:09 pm: |
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Twinkle Twinkle - correct बबीता फक्त ह्या एका गाण्यातच सिगरेट किंवा दारु पीत नव्हती, कोई जब मधे ती फारच सोबर दाखवलीय. बाकीचे दोन्ही गेस बरोबर
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Tiu
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| Friday, January 18, 2008 - 8:40 pm: |
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बबीता? की सायरा बानु? (बानु कि बानो?)
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Amruta
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| Saturday, January 19, 2008 - 12:33 am: |
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बबिता नाहि ती सायरा बानुच. भयानक दिसते ती ह्या चित्रपटात.
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Amruta
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| Saturday, January 19, 2008 - 1:06 am: |
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हे ओळखा आता हाय प्यार क्या चिझ है ये जान
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Maanus
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| Saturday, January 19, 2008 - 1:29 am: |
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हम तेरे बीन कही रेह नही पाते, तुम नही आते तो हम मर जाते हाय ये प्यार क्या चीज है ये जान नही पाते. - सडक

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Prachee
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| Saturday, January 19, 2008 - 9:11 am: |
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हे गाणे ओळखा पाहु. कबसे दिलने मेरे मान लिया हैं तुमको अपना
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Ankyno1
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| Saturday, January 19, 2008 - 9:45 am: |
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केहेना है, केहेना है, आज तुमसे ये पेहेली बार, ओ हो हो, तुम ही तो लाई हो जीवन मे मेरे प्यार.. प्यार.. प्यार... चित्रपट: पडोसन
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज दिवाळी अंक २००७
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