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Nisha_v
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| Thursday, January 25, 2007 - 12:21 pm: |
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२६ जानेवारीच्या निमित्ताने श्री तिर्थे यांनी ह्या ईथे भारत माता नावाची एक सुंदर कविता लिहिली आहे. तिथे जावून भारत माता की जय अवश्य म्हणा. धन्यवाद.
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Prady
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| Thursday, January 25, 2007 - 6:54 pm: |
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अभिनंदन निशाताई मायबोलीच्या सभासद झाल्यावर एकाच दिवसात इतकं व्यवस्थीत देवनागरीत लिहील्या बद्दल. आणी गुलमोहरावर तिर्थेंची कवीता देखील छान आहे. पण ती कवीता वाचा हे सांगायला नवीन बीबीची गरज नाही. साहित्याची आवड असलेले मायबोलीकर नेहेमीच गुलमोहराला भेट देतात आणी तेथेच स्वत्:च्या प्रतिक्रीया देखील देतात.
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Safaai
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| Friday, January 26, 2007 - 6:24 pm: |
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I don't think this post needs to be acknowledged.. कोण लिहीतो, कोण जाहीरात करतो.. वा.. वा..
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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