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Ajay
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| Monday, November 13, 2006 - 12:59 am: |
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तुम्ही तुमची कविता इथल्या देवनागरी सुविधेचा वापर करून लिहिलीत तर सगळ्यांना वाचता येईल. मी वाचायचा प्रयत्न केला पण वाचता आली नाही. तुम्ही जसे "माझी कविता" असे लिहिले आहे तशीच संपूर्ण कविता लिहिली तर वाचता येईल
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Milindaa
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| Monday, November 13, 2006 - 11:36 am: |
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थोडक्यात, किरण फाँट ऐवजी इथला dev tag वापरुन लिहा
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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