Paragkan
| |
| Sunday, June 23, 2002 - 7:42 pm: |
|
|
eka naaTkatlyaa sagaL\yaa ikMvaa bahutaMXa pdaMcyaa mp3s imaLNyaacaI Xa@yata iktpt AahoÆ kuNaakDo AXaa naaTkanausaar mp3s Aahot kaÆ
|
Paankaj
| |
| Saturday, August 10, 2002 - 3:21 am: |
|
|
i am preparing natyasangeet mp3 cds. 2 completed. contact me on vithal.thakur@syngenta.com
|
ae kunala " ekala nayanala vishay to zala" he natyageet mahit ahe ka? asalyas kuthe aikayala milel pl kalavane
|
Paankaj
| |
| Sunday, September 01, 2002 - 6:07 pm: |
|
|
i don't know renuka,where u r.... but this song is sung by many artist and i am havig them... but how to send it to u i am in goa,india... so carry on ur search pankaj
|
hey pankaj.. i stay in us but if u tell me the name of drama..it will be easy for me to search it
|
Umtal
| |
| Wednesday, April 09, 2003 - 8:00 am: |
|
|
Hi Renuka Natak "Swayamvar"
|
Dineshvs
| |
| Saturday, April 12, 2003 - 11:42 am: |
|
|
eklaa nayanaalaa ivaYaya tÜ Jaalaa Avayava sagaLo nayanaIM jamalao yaduvar idsata DÜLa.. Asao Xabd Aahot %yaa pdacao
|
aaj pahilyandach hya bb war aale, ani akkha BB wachun kadhala... rajabhau, ragamalesathi dhanyawad...ani arthtach itar sarvannahi, sarva padansathi! ithe baryach diwasat kuni firakalele disat nahi. fortunately for us, sadhya Dr Ram Sathye, charudatta aphale etc. mandali katyaar che ani matsyagandha che occassional prayog karataat. original team nahi tar nahi, nidan sangeet natak mhanaje kaay te tari baghayala milale tyamule aaplya sarakhya young lokanna!
|
Bematya
| |
| Monday, July 12, 2004 - 1:16 am: |
|
|
Mandali.... Natyasangeet mhanaje maza avadata vishay.. Yavar BB aahe he baghunach naval vatale. Konakade Dr. Vasantrao Deshpande yanchi Natyageete aahet ka?
|
mitranno, raganvar adharleli natyageete (pan pure havit, mishran nakoy) milu shakteek kay? preferably male voice chi.
|
Mala vasantrao deshpande yanchi gite download karawyachi aahe. krupaya kuni sangal Ka kothe Milatil?
|
Bee
| |
| Tuesday, January 23, 2007 - 8:03 am: |
|
|
मला आशाबाईंनी गायलेले 'युवतीमना..' चे पुर्ण शब्द हवे आहे.
|
Mbhure
| |
| Tuesday, January 23, 2007 - 6:14 pm: |
|
|
बी येथे पहा /hitguj/messages/34/3078.html?1102312501
|
Bee
| |
| Wednesday, January 24, 2007 - 9:15 am: |
|
|
भुरे लिन्क दिल्याबद्दल धन्यवाद!
|
Zakki
| |
| Friday, July 06, 2007 - 7:09 pm: |
|
|
पूर्वीच्या गवयांनी गायलेल्या मराठी नाट्यसंगीताचे शब्द नीट कळत नाहीत. ('हम तो तेरे आशिक है' या नाटकातल्या एका पात्राने तेच म्हंटले होते व नक्कल केली होती) माझ्याकडे दोन गाणी आहेत. कितीदा तरी ऐकली तरी त्यांचे शब्द कळत नाहीत. १ मम आत्मा गमला २. नाचत ना गगनात नाथा आणि कित्येक गाण्यातले मधले मधले शब्द कळत नाहीत. काही मदत करता येईल का कुणाला? धन्यवाद.
|
Dineshvs
| |
| Saturday, July 07, 2007 - 4:31 pm: |
|
|
झक्की, नाट्यगीते स्वतंत्ररित्या गाणी म्हणुन लिहिली गेली नव्हती. एखाद्या लोकप्रिय चीजेच्या चालीवर ठोकुन ठोकुन शब्द बसवले जात असत. उदा पिया कर धर देखो धरकत है मोरी छतिया वर मधुकर वनवन फ़िरत करी गुंजारवाला, भोगी पुष्पमाला तसेच मोरे सैंया किवडिया खोलो रसकि बुँद पडे वर दुती नसे ही माला सवतचि भासे मला अशी पदे रचली गेली. मम आत्मा चे शब्द बहुतेक असे आहेत मम आत्मा गमला हा नकळत नवळत, हृदय तळमळत भेटाया या देहा एकचि वेळ जरी मज भेटला जीव कसा वश झाला वाटे प्राणसखा हा आला परतुनि गे हा हे गाणे स्वयंवर मधले रुक्मिणीचे पहिलेच पद आहे. बाबा ते आले ना, दादा ते आले ना बाबांच्या आधी मीच त्याना पाहिलं दादाच्या आधीदेखील मीच त्याना पाहिलं आणि त्यानीदेखील मला पाहिलं हो, या वाक्यानंतर आहे हे गाणे CBDG
|
Dineshvs
| |
| Monday, July 09, 2007 - 5:59 pm: |
|
|
नाचत ना गगनात नाथा तारांची बरसात नाथा नाव हरपली नाव उलटली चंदेरी दर्यात नाथा CBDG असे शब्द आहेत बहुदा. आणख़्ही अश्या मूळ चीजांवर रचलेली नाट्यपदे. नेसली पितांबर जरी गं जरी गं जरतारी लाल काठ यावर वद जाऊ कुणाला शरण गं करिल जो हरण संकटाचे --- किसगये बावरी बनाये कानोमे कुंडल, गले वनमाला यावर संशय का मनी आला आळविता कि चित्र दिले मी कोणा परपुरुषाला --- कौन तर्हासे तुम खेलत होली हो केसर रंग मै डालुंगी तुम्हीपर और मलुंगी गुलाल लाल यावर रुपबलि तो नरशार्दुल साचा क्षणी विनाशित रिपुभाव मनीचा स्वभाव रिपुचा ---- छब दिखला जा बाँके सावरिया ध्यान धरो जिया मोरा यावर मधुमधुरा तव गिरा --- अशी अनेक उदाहरणे आहे, फ़ुलन सेज सवारूँ चे होते सुजन कसा मन चोरी, मोहे लिनो देख नजरियाने जिया मोरा चे होते लपविला लाल गगनमणि परिदिन आणि तन मन धन वाई जाऊँ चे होते प्रभु मजवरि कोपला.
|
Arun
| |
| Wednesday, July 11, 2007 - 5:48 am: |
|
|
झक्की : नाचत ना गगनात नाथा या गाण्याचे शद्ब पुढीलप्रमाणे .......... नाचत ना गगनात नाथा तारांची बरसात नाथा आणिक होती माणिक मोती वरतुनी राजस रात नाथा नाव उलटली नाव हरपली चंदेरी दरियात नाथा तीही वरची देवाघरची दौलत लोक पाहात नाथा नाटक: पुण्य प्रभाव गीतकार: राम गणेश ग़डकरी गायक: पं. जितेंद्र अभिषेकी
|
Zakki
| |
| Wednesday, July 11, 2007 - 11:38 am: |
|
|
धन्यवाद, दिनेश, अरुण. लिहून ठेवीन.
|
Dineshvs
| |
| Wednesday, July 11, 2007 - 4:43 pm: |
|
|
अरुण, किती छान शब्द आहेत !! मोठे गायक गाताना त्यांच्या गायकीकडेच लगळे ध्यान लागुन राहते. शब्दांच्याकडे फारसे लक्षच जात नाही.
|
Arun
| |
| Thursday, July 12, 2007 - 4:52 am: |
|
|
खरय दिनेश. माझा अनुभव असा आहे की, बर्याच वेळा हे असचं होतं. गाणं ऐकताना त्यात इतकं गुंग व्हायला होतं की पहिल्यांदा शब्दांकडे लक्षच जात नाही. पण एकदा का शब्द समजले की मग गाणं अजूनच सुंदर वाटायला लागतं.
|