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Dineshvs
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| Saturday, February 18, 2006 - 3:30 pm: |
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आर्च, मोदक छानच झालेत, माझेहि असेच होतात, मी मोदकावर पण मोदक करतो.
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Milindaa
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| Saturday, February 18, 2006 - 9:43 pm: |
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space घेण्याऐवजी मी ते वापरु शकतो. << माझ्या मते, हाच ( लिंक देण्याचा ) मार्ग चांगला आहे. ते फोटो तसेही त्या साईटवर आहेत ना, मग येथे फक्त लिंक द्या म्हणजे झाले. पुन्हा ते फोटो येथे सांभाळायला नकोत, काय ? फोटो झकास आहेत मात्र...
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Sonchafa
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| Monday, March 06, 2006 - 11:33 pm: |
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माणसा, ती पुढcई रेसिपी कढी येणार भूक लागली आहे. स्वत्:ह काही बनवले नाही तरी फोटो बघून भूक भगवेन म्हणते.
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Maanus
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| Tuesday, March 07, 2006 - 12:08 am: |
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अरे हो कामाच्या गडबडीत राहुन गेले, करतो पोस्ट लवकरच.
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माणुस!छानच आहेत फोटो. आर्च! काय सुरेख मुखर्या पाडल्या आहेस ग!ए काहि युक्ती असेल तर मलाही सांग ना!
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Milindaa
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| Tuesday, March 07, 2006 - 10:31 pm: |
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पुढचे फोटो लिंक च्या स्वरुपात आले तर बरे होईल.
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manus are tuzi sangini khupach nashibavan asanar!
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Maanus
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| Monday, March 20, 2006 - 4:05 pm: |
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अहो ते सगळे मी केलेले नाहीय, शंतनू नावाच्या मानसाने केलेले आहे. त्यामुळे माझ्या संगिणीलाच हे सगळे बनवुन मला खायला घालावे लागेल. मी १ महिन्यापासुन हितगुजकरांना आशा लावली आहे की पुढची एक मी स्वतः invent केलेली dish लवकरच टाकेल, पन अंगात आळस ईतका भरलाय की होत नाहीय.... घ्या आता ओळखुन माझ्या संगिनीचे काय होईल.
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16feb
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| Monday, March 27, 2006 - 11:02 pm: |
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plz pudhchi dish lavkar saga plz
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16feb
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| Sunday, April 16, 2006 - 10:52 pm: |
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kay zal pudhchya recipie cha
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Phulrani
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| Sunday, July 02, 2006 - 8:49 am: |
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माणूस, तू दिलेले मोदक आणी भजी छानच आहेत. तोंडाला पाणी सुटलं अक्षरश:...जेवताना हे फोटो समोर ठेवून जेवावं म्हणते. आर्च, तू केलेले मोदकही फारच छान झालेत गं..मला शिकव ना..मला अजिबात जमत नाहित.
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Maanus
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| Saturday, August 05, 2006 - 8:22 pm: |
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नविन खानावळ टाकलीय टिळक रोडवर... जरुर या.
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Maanus
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| Sunday, August 27, 2006 - 9:34 pm: |
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आज आम्ही घरी उकडिचे मोदक केले... वेळ गेल पण शेवटी ३० मोदक तयार झाले... मोदक इथे दिसतिल http://www.flickr.com/photos/sagari/sets/72157594253850346/
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Vj1
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| Thursday, August 31, 2006 - 2:13 pm: |
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Ramnath, tashi junich jaga, I remember ZANZANIT misal. used ot eat it after an hour of swim in early 80s. Tya weles laukik asa hota ki Ramnathchya samorchya footpathwarun gelat tari sudhha vasanech bhook lagaychi. Ata 3 majli (B+G+FF) zale khare, pun lcientale badalalyamule misalicha zan zanit pana kami zala ahe. Still the misal is worth a try..
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Prady
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| Thursday, August 31, 2006 - 2:48 pm: |
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दादरच्या गोखले रोडवरचं 'दत्तात्रय' काल कायमचं बंद झालं राजकारण्यांच्या त्रासाला कंटाळून. मुंबईत मराठमोळे पदार्थ मिळणार्या मोजक्या ठिकाणांपैकी एक ठिकाण हे असं राजकारणाला बळी पडलं.
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Moodi
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| Thursday, August 31, 2006 - 3:26 pm: |
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ए नाही गं प्रज्ञा. आजच पेपरमध्ये आलयं की बाळासाहेब ठाकर्यांनी दत्तात्रय पुन्हा चालू करुन आवश्यक ती मदत वागळेंना देण्याचे कबुल केलयं. ठाकरे आणि वागळे यांचे जुने संबंध आहेत. हे बघ आजच वाचले मी. http://www.loksatta.com/daily/20060831/mum07.htm?
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दत्तात्रेय आस्वाद पणशिकर तांबे, काणे हवेतच ना आपल्या जिभेचे चोचले पुरवायला. नुसतेच मेकडोनाल्ड्स काय कामाचे. हवी कोथिंबीरवडी आणी मिसळही
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Kiran
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| Friday, September 01, 2006 - 1:45 am: |
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ohh no! ho he hoTel chaalu rahaylach have. aamachaa meeting spot hota to ;)
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अग मला हे एकदमच जवळ आहे. आम्ही कधी मधी मुड आला की तिथे मिसळ, थालीपिठ, पियुष, वैगरे खायला जातो.
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/hitguj/messages/644/2203.html?1154432629 ही चर्चा वरील बीबीवर जास्त योग्य ठरेल. हा बीबी सध्या बंद करण्यात येत आहे.
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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